👉रचना काल -1974
👉प्रकाशक -श्रीकान्त व्यास
👉नाटक से पहले भूमिका दृश्य है ।
👉इसमें राजनीतिकों के मुखोटो (गांधीवाद)का पर्दा फाश किया गया है।
👉 निम्न बोलियों में मंचन हुआ है :
ब्रजभाषा,
कुमायनी,
गुजराती,
कनन्ड़,
उडिया,
छतिशगढ़ी
👉 नाटक के प्रत्येक दृश्य के बाद नट गायन है
तथा अंतिम दृश्य में नट नटी के साथ साथ सबका गायन है।
👉 पात्र :- दुर्जन, सत्यवीर ,कर्मवीर ,सिपाही, युवक, विपती, काका ,चाचा ,चाची ,काकी, राम,भिशती
👉प्रथम प्रस्तुति :- जन नाट्य मंच द्वारा 13जुलाई 1974 को त्रिवेणी कला संगम , नई दिल्ली।
👉दो अंक प्रत्येक अंक में 3 दृश्य हैं।
👉 भारत सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाया।
आपत् कालीन स्थिति लागू हो गई थी।
बकरी नाटक पर मारिसस में भी प्रतिबंध लगा था ।
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